देहरादून में छात्र-छात्राओं की हुड़दंग पार्टी पर जांच समिति का बड़ा एक्शन, एक छात्र पर लगाया 10 हजार का जुर्माना, हॉस्टल से भी किया निष्कासित
देहरादून: राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास पीजी हॉस्टल में पार्टी करने वाले मेडिकल छात्रों पर बड़ा एक्शन हुआ है. मामले में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अनुशासनहीनता मानते हुए एक छात्र को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है. इसके अलावा न्यूरो सर्जन के साथ अभद्रता करने करने पर उस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. वहीं, अन्य छात्रों पर भी 5-5 हजार रुपए का अर्थदंड लगा है.
गौर हो कि बीती शनिवार देर रात राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने एमकेपी रोड स्थित दून अस्पताल के पास स्थित हॉस्टल में पार्टी आयोजित की थी. जहां स्पीकर की तेज आवाज में गाने बजाकर जमकर हुड़दंग मचाया था. इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने अनुशासनहीनता मानते हुए छात्रों पर फुटेज के आधार पर बड़ी कार्रवाई की है.
अनुशासनहीनता और बड़ी सुरक्षा चूक: मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दून अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस बिष्ट की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया. जांच समिति ने एमबीबीएस पीजी कोर्स कर रहे छात्र-छात्राओं की देर रात आयोजित हुई पार्टी को अनुशासनहीनता और बड़ी सुरक्षा चूक माना है.
छात्रों ने मानी अपनी गलती: वहीं, जांच समिति के अध्यक्ष डॉ. एनएस बिष्ट ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने अपनी गलती स्वीकार की है. मौके पर पहुंची पुलिस से भी छात्रों ने लिखित रूप से भविष्य में ऐसी हरकत नहीं करने याचना की है. जांच समिति ने पार्टी और फुटेज के आधार पर एक छात्र को हॉस्टल से निष्कासित करने की संस्तुति कर दी है.
दोबारा गलती की तो मेडिकल कॉलेज से कर दिया जाएगा निष्कासित: इसके अलावा पार्टी के दौरान छात्रों को समझाने आए न्यूरो सर्जन के साथ दुर्व्यवहार करने वाले छात्र पर 10 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है. इस छात्र की तरफ से एक शपथ पत्र भी भरवाया गया है कि अगर भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति होती है तो उसे मेडिकल कॉलेज से निष्कासित कर दिया जाएगा.
अन्य छात्रों पर लगा 5-5 हजार रुपए का जुर्माना: अन्य छात्र-छात्राएं जो वीडियो फुटेज में पाए गए, उन पर अनुशासनहीनता करने पर 5-5 हजार रुपए का आर्थिक दंड लगाया गया है. हॉस्टल में तैनात गार्ड कमांडर और वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने छात्र-छात्राओं के हुड़दंग को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए. इसलिए सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी वहां से हटकर अन्य जगहों पर लगा दी गई है. गार्ड कमांडर को पद से हटा दिया गया है.