देहरादून।
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत समान नागरिक संहिता (यूसीसी) से की
एक घंटे के अभिभाषण में 43 विभागों की योजनाओं का जिक्र
उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 फरवरी यानी आज से शुरू हो चुका है। बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण हुआ। उत्तराखंड के राज्यपाल (से नि) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह विधानसभा पहुंचे, जहां उनका स्वागत विधानसभा के प्रवेश द्वार पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मौजूद रहे। राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बजट सत्र की अवधि को बढ़ाने की मांग की। वहीं सदन शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण से शिष्टाचार भेंट की। वही राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में समान नागरिक संहिता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि UCC लागू करने वाला उत्तराखंड, देश का पहला राज्य है। इसमें प्रमुख रूप से महिला हितों की रक्षा की गई है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल गुरमीत सिंह के अभिभाषण को सरकार का रोड मैप बताया है और सदन में हुए हंगामे पर टिप्पणी की है. उनका कहना है कि सदन में जो हंगामा हुआ है, वो हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुआ है और सरकार इसे प्राथमिकता में रखते हुए अपने विकास कार्यों को आगे बढ़ाएगी।
उन्होंने सदन में भू कानून का विधेयक लाने पर कहा कि राज्य गठन के बाद यह 25वां वर्ष प्रदेश का रजत जयंती वर्ष है और सरकार रजत जयंती के वर्ष में नवाचार और नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ेगी. भाजपा सरकार प्रदेश की भावनाओं के अनुरूप सभी कार्य करेगी. भू कानून भी इसमें से एक है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह के अभिभाषण के दौरान विपक्ष द्वारा किए गए हंगामें पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सदन में मौजूद सभी 70 विधायकों की यह जिम्मेदारी है कि वह प्रदेश के विकास कार्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। सदन सही तरीके से चले यह पक्ष और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी होती है। सदन के अंदर हंगामा करना हमारा आचरण और संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर हमारी महिला विधायकें हैं। ऐसे में वहां पर किसी तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग करना और कोई भी असंभव काम करना हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड