देहरादून।

कोतवाली डालनवाला क्षेत्र में दिनदहाड़े घर में घुसकर चेन लूट की सूचना और एफआईआर फर्जी निकली. डालनवाला पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा किया. पुलिस के मुताबिक डेयरी संचालक ने मामूली विवाद को लूट बताकर सनसनीखेज बनाया. पीड़ित ने मीडिया को भी फोन कर गलत सूचना दी. पूरा विवाद वेतन देने को लेकर शुरू हुआ था.

मामले के मुताबिक, 6 फरवरी को सौरभ कुमार निवासी बलबीर रोड, डालनवाला ने शिकायत दर्ज कराई कि हेलमेट पहने दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उनके घर में घुसकर उनके गले से सोने की चेन लूट ली और मौके से फरार हो गए. शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कोतवाली डालनवाला में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने घटना के संबध में कार्रवाई करने के लिए थाना स्तर पर पुलिस टीम गठित की. गठित टीम ने घटनास्थल का फील्ड यूनिट से निरीक्षण कराने के बाद आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किए. जिसमें दो युवक पीड़ित के घर से बाहर एक बाइक से जाते दिखाई दिए. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाइक के नंबर की जानकारी मिली.

जिस पर पुलिस टीम ने बाइक को ट्रेस कर जांच के लिए एक टीम को यूपी के सहारनपुर रवाना किया. पुलिस टीम ने बाइक स्वामी से मामले में संबंध में पूछताछ की. जिस पर बाइक स्वामी ने बताया कि 4 फरवरी को उसकी बाइक गांव के शुभम कुमार और विशाल किसी काम के संबंध में मांगकर ले गए थे. जांच को आगे बढ़ाते हुए शुभम कुमार और विशाल को पूछताछ के लिए देहरादून आराघर चौकी लाया गया। पूछताछ के दौरान शुभम और विशाल ने बताया कि उनके गांव के रिश्तेदार अमनदीप ने उन्हें फोन के जरिए बताया था कि वह सौरभ कुमार की डेयरी में काम करता है. जो उसे परेशान कर रहा है और उसकी सैलरी के पैसे नहीं दे रहा है. अमनदीप ने ही उन्हें सौरभ कुमार से उसकी सैलरी दिलवाने और उसे डराने-धमकाने के लिए देहरादून बुलवाया था. 4 फरवरी को दोनों सौरभ कुमार के किराये के मकान में आए और उसके साथ बातचीत के दौरान उनकी आपस में धक्का-मुक्की और गाली-गलौज हो गई थी. सौरभ कुमार के चीखने-चिल्लाने पर वह बाइक पर सवार होकर भाग गए थे।

कोतवाली डालनवाला प्रभारी मनोज मैनवाल ने बताया, अमनदीप का नाम सामने आने के बाद अमनदीप को पूछताछ किए चौकी आराघर लाया गया. पूछताछ पर अमनदीप ने बताया कि उसका, डेयरी मालिक सौरभ कुमार के साथ सैलरी ना देने के कारण विवाद चल रहा था. डेयरी मालिक से सैलरी मांगने पर अक्सर उसके साथ बदतमीजी की जाती थी. जिस पर उसके द्वारा डेयरी मालिक सौरभ कुमार को डरा-धमकाकर सैलरी लेने की नियत से अपने रिश्तेदार शुभम कुमार और विशाल को देहरादून बुलवाया था। मनोज मैनवाल ने बताया कि घटना में पीड़ित की सोने की चेन ले जाने के कोई साक्ष्य नहीं मिले है. जिसके बाद पीड़ित सौरभ से घटना के संबंध में दोबारा पूछताछ करने पर पीड़ित ने घटना को स्वीकार करते हुए बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान था, जिसके चलते उसके द्वारा लूट की झूठी सूचना दी गई थी।

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